पत्रकारों ने रेत माफिया हमले के खिलाफ सौंपा ज्ञापन, 24 घंटे में कार्रवाई नहीं करने पर दी आंदोलन की चेतावनी
कोण्डागांव प्रेस क्लब की आपात बैठक में निंदा प्रस्ताव पारित, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
कोण्डागांव -ग्राम दण्डवन में पत्रकारों पर हुए हमले के विरोध में 11 जून को कोण्डागांव प्रेस क्लब भवन में एक आपात बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले के पत्रकारों ने एकजुट होकर घटना की तीव्र निंदा की और सर्वसम्मति से निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। इसके साथ ही 12 जून को पत्रकारों ने एसडीएम के माध्यम से कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में मांग की गई है कि पत्रकारों पर हमले में शामिल रेत माफिया सहित रेत माफिया के गुर्गों के खिलाफ 24 घंटे के भीतर कड़ी कार्रवाई की जाए। पत्रकारों ने स्पष्ट कहा है कि यदि प्रशासन दोषियों पर समयसीमा के भीतर कार्रवाई नहीं करता, तो पत्रकार वर्ग उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
ज्ञापन के दौरान कोण्डागांव प्रेस एंड मीडिया फेडरेशन के अध्यक्ष सुरेंद्र सोंपीपरे, संरक्षक शैलेश शुक्ला, पूर्व अध्यक्ष इशरार अहमद (गोलू), सचिव कुलजोत सिंह संधु, कादिर मेमन, सुरेश पाटले , विजय साहू, रमाकांत सिन्हा, बिरज नाग, घनश्याम शर्मा सहित बड़ी संख्या में पत्रकार उपस्थित रहे।
क्या था मामल
दण्डवन में रेत माफिया के गुर्गों ने पत्रकारों पर किया हमला
कवरेज से लौटते समय झूमाझटकी, माइक-आईडी तोड़े, मोबाइल छीना
गौरतलब है कि 10 जून की रात ग्राम दण्डवन में हो रहे अवैध रेत खनन की सूचना ग्रामीणों ने कुछ पत्रकारों को दी थी। पत्रकार जब दो स्थानों पर हो रहे खनन की कवरेज कर लौट रहे थे, तभी रास्ते में रेत माफिया के गुर्गों ने उन्हें घेर कर खबर प्रकाशित न करने व रेत उत्खनन स्थान पर न आने की धमकी देते हुए पत्रकारों के साथ झूमाझटकी की गई, उनका माइक और प्रेस आईडी तोड़ दी गई तथा मोबाइल फोन भी छीन लिया गया।घटना में पत्रकारों में आक्रोश व्याप्त हैं। सभी ने एक स्वर में इस प्रकार की घटनाओं को लोकतंत्र पर हमला बताते हुए रेत माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।