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शाला प्रवेश उत्सव में भाजपा जिलाध्यक्ष व सरपंच संध्या पवार ने किया बच्चों का उत्साहवर्धन

ग्राम कांकेर बेड़ा में हुआ आयोजन, बच्चों को किया गया शिक्षारंभ के लिए प्रेरित, पौधारोपण कर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

नारायणपुर - ग्राम पंचायत कांकेर बेड़ा स्थित विद्यालय में शाला प्रवेश उत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा जिलाध्यक्ष एवं सरपंच संध्या पवार ने शिरकत की। 

उत्सव में श्रीमती पवार ने स्कूली बच्चों का स्वागत कर उन्हें शिक्षा के महत्व से अवगत कराया तथा पौधारोपण कर पर्यावरण सरंक्षण का संदेश भी दिया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शिक्षकगण, पालकगण एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे।


इस दौरान अपने संबोधन में पवार ने कहा कि "शिक्षा ही व्यक्ति के जीवन का सबसे मजबूत आधार होती है। बच्चे आज जो सीखते हैं, वही कल उनका व्यक्तित्व गढ़ता है।" उन्होंने बच्चों से आग्रह किया कि वे निष्ठा से पढ़ाई करें, अपने माता-पिता, गुरुजनों तथा क्षेत्र का नाम रोशन करें और एक योग्य नागरिक बनें।

उन्होंने कहा कि "बच्चे राष्ट्र का भविष्य हैं। उन्हें सही दिशा देने की जिम्मेदारी हम सबकी है। विद्यालय वह स्थान है जहाँ जीवन के मूल्यों की नींव रखी जाती है। शिक्षकों का कार्य केवल पाठ्यक्रम पूरा करना नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण भी है।"


बच्चों को वितरित की गई शैक्षणिक सामग्री

शाला प्रवेश उत्सव के अंतर्गत इस वर्ष शाला में नवप्रवेशी बच्चों का पारंपरिक ढंग से स्वागत किया गया। उन्हें तिलक कर मिठाई खिलाई गई और उन्हें पुस्तकें, स्कूल बैग, गणवेश तथा अन्य शैक्षणिक सामग्री वितरित की गई। बच्चों के चेहरे पर उल्लास और जिज्ञासा का अद्भुत मेल दिखाई दिया।

 पवार ने सभी नवप्रवेशी बच्चों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि वे लगनपूर्वक पढ़ें और हर दिन कुछ नया सीखें। उन्होंने कहा कि "शिक्षा के इस पहले पायदान से शुरू होकर आप जिस ऊंचाई तक पहुंच सकते हैं, वह केवल आपकी मेहनत पर निर्भर करता है।"


पौधारोपण कर दिया पर्यावरण बचाने का संदेश

कार्यक्रम के पश्चात शाला परिसर में पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान संध्या पवार, शाला के शिक्षकगण और बच्चों ने मिलकर आम, नीम, गुलमोहर सहित विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए। उन्होंने कहा कि "पर्यावरण का संरक्षण आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। हर व्यक्ति को साल में कम से कम एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए और उसकी देखभाल करनी चाहिए।"


पालकों से की अपील: बच्चों की पढ़ाई में दें सहयोग

कार्यक्रम में पालकों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। इस अवसर पर पवार ने अभिभावकों से संवाद करते हुए कहा कि "बच्चों की शिक्षा केवल विद्यालय की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि पालकों को भी घर पर बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में नियमित रूप से रुचि लेनी चाहिए। बच्चों को समय दें, उनकी समस्याएँ समझें और उन्हें प्रोत्साहित करें। इससे बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे बेहतर प्रदर्शन करेंगे।"


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